वट वृक्ष: बचपन का बरगद

” वटवृक्ष ” ! माँ, बचपन में हम सबको ले जाती ननिहाल, सब भाई बहन खेलते मिलजुल कर, अक्सर हार जीत के लिए हो जाती लड़ाई, अपनी अपनी बहन चुन लेते भाई, कुरूक्षेत्र मैदान हो जाता तैयार, घनघोर वाक् युद्ध छिड़ जाता, बड़ा मज़ा आता। कभी मामी मासी नानी, आकर ” यह क्या हो रहा है। ” ? लगा कर […]